भारतीय पशु आनुवंशिक एवं प्रजनन सोसाइटी, नई दिल्ली एवं भाकृअनुप-राष्ट्रीय पशु आनुवंशिक संसाधन ब्यूरो, करनाल के सहयोग से “ एनिमल ब्रीडिंग स्ट्रैटेजीज इन द एरा ऑफ़ जीनोमिक्स एंड फेनोमिक्स” विषय पर 17-18 दिसंबर, 2021 को करनाल में राष्ट्रीय सम्मलेन का आयोजन किया जा रहा है. इसके उदघाटन अवसर पर बोलते हुए डॉ त्रिलोचन महापात्र सचिव(कृषि अनुसंधानएवं शिक्षा विभाग) एवं भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद् नई दिल्ली ने फीनोमिक्स हेतु देश में चल रही विभिन्न अखिल भारतीय समन्वित परियोजनाओं एवं अन्य संस्थाओं में समन्वयन पर जोर दिया. उन्होंने ने इपी – जेनेटिक्स पर अनुसंधान की आवश्यकता पर भी बल दिया साथ ही यह भी बताया कि पशुधन की भारतीय नस्लें हमारी धरोहर हैं एवं इनकायोगदान पशुधन उत्पादकता एवं किसानों की आजीविका बढ़ाने में अमूल्य है. डॉ एम् एल मदन, पूर्व उप महानिदेशक (पशु विज्ञान) भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद् नई दिल्ली एवं पूर्व कुलपति पंडित दीनदयाल उपाध्याय पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय मथुरा एवं पंजाब राव कृषि विद्यापीठ अकोला ने देश की पशुपालन विकास के लिए फीजियो जीनोमिक्स एवं प्रजनन तकनीकियों के अनुकूलन पर कार्य शुरू करने पर बल दिया. डॉ के एम् बजर्बरुआ पूर्व उप महानिदेशक (पशु विज्ञान) भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद् नई दिल्ली एवं पूर्व कुलपति असम कृषि विश्वविद्यालय असम ने भारत की पशु सम्पदा, इसकी विविधिता, उत्पादन एवंउत्पादकता पर अपने विचार व्यक्त किये अभ्व्यक्ति प्रोफाइलिंग एवं मेटा जीनोमिक्स पर कार्य शुरू करने की आवश्यकता पर जोर दिया. कार्यक्रम के प्रारंभ में डॉ बी पी मिश्र निदेशक, एन.बी.ए.जी.आर ने सभी विशिष्ठ अतिथियों व संगोष्ठी में भाग ले रहे वैज्ञानिकों का स्वागत किया. सोसायटी के अध्यक्ष डॉ टी जे रसूल ने भी सभी अतिथियों व संगोष्ठी में भाग ले रहे वैज्ञनिकों का स्वागत किया. सोसायटी के सचिन डॉ विनीत भसीन ने सोसाइटी के बारे में एवं इसके उद्देश्यों के बारे में प्रकाश डाला तथा बताया की सोसाइटी द्वारा देश के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न वर्षों मेंराष्ट्रीय संगोष्ठी / सम्मेलनोंका आयोजन किया जा रहा है इस क्रम में यह 15वीं राष्ट्रीय संगोष्ठी है. राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजन सचिव डॉ मनीषी मुकेश ने बताया कि राष्ट्रीय सम्मलेन में विभिन्न विषयों पर पांच तकनीकी सत्र आयोजित किये जा रहे हैं. इस अवसर पर डॉ पी थान्गाराजू , डॉ टी जे रसूल को लाइफ टाइम अचीवमेंट में एवं फेलो अवार्ड तथा डॉ विनीत भसीन, डॉ आर के सेठी , डॉ आर एस गांधी , डॉ बी पी मिश्र एवं डॉ वी के सक्सेना को आई एस ए जी बी फेलो अवार्ड से सम्मानित भी किया गया.